
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कन्नौज सांसद अखिलेश यादव के रायपुर आगमन पर पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। इस अवसर पर समाजवादी पार्टी छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश साहू ने उनका आत्मीय स्वागत किया और शिष्टाचार भेंट की।
भेंट के दौरान ओमप्रकाश साहू ने अखिलेश यादव को छत्तीसगढ़ की मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों, सामाजिक मुद्दों और संगठनात्मक स्थिति की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी समस्याएं लगातार बढ़ रही हैं, वहीं खेल और रोजगार के क्षेत्र में युवाओं के लिए अवसरों की कमी बनी हुई है। साथ ही, सरकार की नीतियों में निजीकरण की बढ़ती प्रवृत्ति से गरीब और मध्यमवर्गीय तबका प्रभावित हो रहा है।
इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी सदैव सामाजिक न्याय और समान अवसर की पक्षधर रही है। समान अवसर पर तेली समाज और यादव निषाद समाज की जनसंख्या अनुपात में भागीदारी नहीं मिलने पर चिंता जताते हुए उत्तरप्रदेश,बिहार से सीख लेते हुए साहू समाज के लिए सत्ता तुम्हारा हक है नहीं किसी से भीख चाहिए,21 फीसदी आबादी है विधायक 20 चाहिए का जयघोष नारा समाज के लिए देते हुए हर कदम पर पार्टी द्वारा सहयोग का भरोसा दिया,उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि आरक्षण उसी आधार पर होना चाहिए, जिसकी जितनी आबादी हो। अखिलेश यादव ने कहा कि अब जनता जागरूक हो चुकी है और हर समाज अपनी सही गिनती और हिस्सेदारी चाहता है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी जैसी राष्ट्रीय पार्टियां भी अब दबे स्वर में जातीय जनगणना की बात कर रही हैं, जबकि समाजवादी पार्टी हमेशा से इस मुद्दे को मजबूती से उठाती रही है।
नक्सल और सामाजिक मुद्दों पर पूछे गए सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि बंदूक या बुलेट किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता। सरकार को समाज की बुनियादी जरूरतों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने निजीकरण का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि जब तक इसका लाभ आम जनता तक नहीं पहुंचेगा, तब तक समाजवादी पार्टी इसके खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करती रहेगी।




