धर्म-अध्यात्म

पिठोरी अमावस्या आज, नोट कर लें पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, स्नान-दान का समय

नई दिल्ली. हर माह में एक बार अमावस्या तिथि पड़ती है। हिंदू धर्म में अमावस्या का बहुत अधिक महत्व होता है। इस समय भाद्रपद महीना चल रहा है। भाद्रपद माह में पड़ने वाली अमावस्या को पिठोरी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस साल पिठोरी अमावस्या 22 अगस्त को है। हालांकि अमावस्या का मान 23 अगस्त को भी रहेगा। पिठोरी अमावस्या को ही कुशोत्पाटिनी अमावस्या भी कहा जाता है।

व्रत कब रखना उचित होगा- पिठोरी अमावस्या का व्रत आज यानी 22 अगस्त को ही किया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या के दिन महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना के लिए व्रत भी रखती हैं। दृग पंचांग के अनुसार, भाद्रपद कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि अगस्त 22, 2025 को सुबह 11:55 ए एम पर प्रारम्भ होगी, जिसका समापन अगस्त 23, 2025 को 11:35 ए एम पर होगा। अमावस्या व्रत में मध्यकाल का समय देखा जाता है। अमावस्या का मध्यकाल 22 अगस्त को पड़ रहा है, इसलिए पिठोरी अमावस्या का व्रत 22 अगस्त को ही किया जाएगा।

स्नान दान का समय- अमावस्या तिथि पर पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व होता है। नदी में स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य देकर पितरों का तर्पण किया जाता है। अमावस्या तिथि पर भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा की जाती है। इस दिन पितरों से संबंधित कार्य भी किए जाते हैं। 22 अगस्त को सुबह 11.55 से स्नान-दान का समय शुरू हो जाएगा। हालांकि 23 अगस्त को भी अमावस्या तिथि रहेगी। आप दोनों ही दिन स्नान-दान का लाभ उठा सकते हैं। पंचांग के अनुसार 22 अगस्त को 11.55 ए एम से 23 अगस्त को 11.35 एम तक का समय स्नान-दान के लिए उपयुक्त है।

पूजा-विधि

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। इस दिन पवित्र नदी या सरवोर में स्नान करने का महत्व बहुत अधिक होता है। आप घर में ही नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर भी स्नान कर सकते हैं। स्नान करने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। इसके बाद सूर्य देव को अर्घ्य दें। अगर आप उपवास रख सकते हैं तो इस दिन उपवास भी रखें। इस पावन दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें।

पूजा शुभ मुहूर्त-

ब्रह्म मुहूर्त 04:26 ए एम से 05:10 ए एम

प्रातः सन्ध्या 04:48 ए एम से 05:54 ए एम

अभिजित मुहूर्त 11:58 ए एम से 12:50 पी एम

विजय मुहूर्त 02:34 पी एम से 03:26 पी एम

गोधूलि मुहूर्त 06:53 पी एम से 07:15 पी एम

सायाह्न सन्ध्या 06:53 पी एम से 08:00 पी एम

अमृत काल 10:40 पी एम से 12:16 ए एम, अगस्त 23

निशिता मुहूर्त 12:02 ए एम, अगस्त 23 से 12:46 ए एम, अगस्त 23

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