करियर ट्रैक पर आया! करुण नायर ने आखिरकार भुना ही लिया ‘दूसरा मौका’, दिनेश कार्तिक गदगद

नई दिल्ली. ‘डियर क्रिकेट, गिव मी वन मोर चांस’। करुण नायर की कारुणिक पुकार ढाई-तीन साल बाद जैसे क्रिकेट ने सुन ली। 8 साल बाद इंग्लैंड दौरे से उन्होंने वापसी की। बहुत मुश्किल और किस्मत से ‘दूसरा मौका’ तो मिल गया लेकिन नायर उसे भुनाने में नाकाम रहे थे। 6 पारियों में एक अर्धशतक तक नहीं लगा पाए। लेकिन कप्तान शुभमन गिल और गौतम गंभीर का उनमें दिखाया भरोसा रंग लाया। पूर्व विकेटकीपर दिनेश कार्तिक का कहना है कि करुण नायर का करियर वापस आ गया है।
इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में पांचवें और आखिरी टेस्ट के पहले दिन विकेट की पतझड़ के बीच नायर एक छोर से टिके रहे और 52 रन बनाकर नाबाद लौटे। उन्होंने आखिरकार 3149 दिन बाद टेस्ट क्रिकेट में अपना दूसरा 50+ स्कोर पूरा किया। इससे पहले दिसंबर 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 303 रन की पारी उनकी टेस्ट में इकलौती 50+ की इनिंग थी।
करुण नायर अच्छी शुरुआत से नींव तो तैयार कर लेते थे लेकिन उस पर रनों की इमारत खड़ी करने में नाकाम रहते थे। उन्हें एक अच्छी पारी का शिद्दत से इंतजार था और वो पारी आई भी ऐसे वक्त जब भारत मुश्किल में था। कप्तान शुभमन गिल के दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट होने के बाद वह बल्लेबाजी के लिए आए। उन्होंने 98 गेंदों में 7 चौकों की मदद से नाबाद 52 रन बनाए। इससे भारत पहले दिन का खेल खत्म होने तक 6 विकेट के नुकसान पर 204 रन बनाने में कामयाब हुआ।
भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने कहा कि नायर ने गुरुवार को जिस तरह की मुश्किल परिस्थितियों में पारी खेली, उससे उनका करियर खत्म होने से बच गया। उन्होंने कॉमेंट्री के दौरान कहा, ‘बहुत बढ़िया खेले करुण नायर। मुश्किल परिस्थितियों में यह हाई-क्वालिटी की फिफ्टी है। करुण नायर का करियर सच में वापस आ गया है। अगर वह इस टेस्ट में नहीं खेला होता तो टीम मैनेजमेंट उससे इतर देखने लगता।’
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वरुण एरोन ने भी नायर की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘यह उसके लिए आखिरी मौका हो सकता था लेकिन उसने भुनाया। पिच बहुत कुछ कर रही थी लेकिन करुण नायर सिर ताने खड़े रहे।’